Wednesday, June 09, 2010

(अपना घर )

Apna Ghar for Helping life in Bundelkhand
(अपना घर)

बांदा/बुन्देलखण्ड: आज शहर मुख्यालय जनपद बांदा में स्थानीय सिविल लाइन्स वन विभाग कार्यालय में प्रवास सोसाइटी की प्रबन्ध कार्यकारिणी बैठक आयोजित की गयी। बैठक का मूल उद्देश्य यह रहा कि बुन्देलखण्ड में दिन प्रतिदिन बढ़ रही भिक्षावृत्ति और खास तरह से असहाय बुजुर्ग जो कि गांव से परिवार छोड़कर शहरों की तरफ पलायन कर रहे हैं एवं जिन्हे परिवार के सदस्यों द्वारा त्याग दिया गया है ऐसे ही निरीह लाचार लोगों के भोजन के अधिकार की सुरक्षा हेतु अपना घर नाम से दीर्घकालिक कार्यक्रम का संकल्प लिया गया है। शुरूआती दौर में अपना घर में 15 ऐसे बेबस बुजुर्ग महिला पुरूष व वो बच्चियां जिन्हे परिवार से त्यागा जा चुका है और वो जनपद में भीख मांगकर अपना जीवन बसर करती हैं को सदस्य रूप में अंगीकार किया जायेगा। इनका पंजीयन अपना घर की पंजीयन पुस्तिका में होगा।
साथ ही इस सम्पूर्ण कार्य दिवस में यदि उक्त सदस्यों की मृत्यु हो जाती है तो उनका दाह संस्कार भी अपना घर ही करेगा। बैठक में सहमति व्यक्त करते हुए मानवोदय सेवा संस्थान के विमलेश त्रिपाठी ने सुझाव दिया कि यदि अपना घर में भोजन ग्रहण करने वाले सदस्य कभी भी भीख मांगते या धन एकत्र  करने की लालसा में शहर की गलियों में घूमते पाये जाते हैं तो उनकी सदस्यता अपना घर से समाप्त कर दी जायेगी। क्योंकि इस पवित्र उद्देश्य का यथार्थ यह है कि बुन्देलखण्ड में टूटती हुयी जीवन प्रत्याषा को हमेशा के लिये रोका जाये। इसके साथ ही संध्या निषाद ने यह विचार रखा कि एक अक्षय पात्र भी अपना घर में बनाया जायेगा। जिसमें जन सहयोग से व स्वयं के प्रयास से जो अन्न दान एकत्र होगा उसे इन निरीह व्यक्तियों के हितार्थ उपयोग किया जायेगा।
इस कार्य हेतु यदि प्रशासन की तरफ से अथवा आम जनता की तरफ से कोई अपना भवन स्वेक्षा से अथवा किराये पर देना चाहता है, तो उसका स्वागत है। आम जनमानस अपने सुझाव इस पुनीत कार्य हेतु हेल्पलाइन नम्बर   9621287464   एवं ई-मेल-  apnagharbnd@gmail.com   में भेज सकता है। साथ ही प्रवास के खाता संख्या 24002, शाखा इलाहाबाद बैक सिविल लाइन्स, डिग्री कालेज जनपद बांदा में अपनी सहयोग राशि प्रेषित कर सकते हैं। इस कार्यक्रम को व्यापक स्तर पर आनलाइन भी प्रमोट किया जायेगा। सर्वप्रथम शहर के वरिष्ठ नागरिक पदम् नारायण ने अपना घर को पांच हजार रूपये नगद किराये भवन की तलाश हेतु एवं प्रतिमाह एक बोरा गेंहू स्वेक्षा से दान करने का संकल्प लिया है। ताकि जनपद बांदा मेंकुसुमकली और शिवदेवी जैसे लोग पुनः भीख मांगते न पाये जायें। उक्त बैठक में मन्दाकिनी बचाव आन्दोलन की संयोजक अर्चना मिश्रा, निर्मला देवी, सरोज शुक्ला, अखिलेश कुमार, आदित्य, रचना एवं प्रवास के आशीष सागर ने इस संकल्प को फलीभूत करने का आत्मिक रूप में संकल्प लिया है।
उक्त कार्यक्रम अपना घर की शुरूआत यथाषीघ्र भवन मिलते ही प्रारम्भ कर दी जायेगी। इसके लिये आम जन से सहयोग करने की अपील की गयी।

भवदीय
आशीष सागर, प्रवास बुन्देलखण्ड

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