Tuesday, August 21, 2012

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बीते दिनों समाचार प्लस न्यूज़ चैनल में हुए पैनल चर्चा का ये वीडियो है .......रास्ट्रीय समाचार पत्र जनसत्ता
में प्रकाशित बुंदेलखंड के पिछले ग्यारह सालो में हुई 3261 किसान खुदकुशी की बानगी रूप में पेस है यह विमर्श ........
http://www.bundelkhand.in/portal/video/bundelkhand-ka-vikas-nahi-kiya-ja-rha-hai

(VIDEO) बुंदेलखंड का विकास नहीं किया जा रहा है? via समाचार प्लस चैनल

बुंदेलखंड को हर राजनीतिक पार्टी अपने लिए अहम मानता है, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी और लाल कृष्ण आडवाणी से लेकर राहुल गांधी, मायावती और अखिलेश यादव तक हर बड़ा नेता बुंदेलखंड के विकास के नाम पर वोट मांग चुका है। सरकारें बनती भी हैं और बिगड़ती भी लेकिन बुंदेलखंड की किस्मत नहीं बदलती। हर साल 300 से ज्यादा 'अन्नदाता' किसान दाने दाने को मोहताज होकर खुदकुशी कर रहे हैं, 5 साल में 32 लाख लोग बुंदेलखंड छोड़ कर रोजगार की तलाश में यहां वहां जा चुके हैं। आखिर हमारी सरकारें कर क्या रही हैं? क्यों बुंदेलखंड का विकास नहीं किया जा रहा है? इसी गंभीर मुद्दे को समाचार प्लस चैनल पर एक्ज़ीक्यूटिव एडिटर अतुल अग्रवाल ने उठाया। साथ में मैनेजिंग एडिटर अमिताभ अग्निहोत्री, लखनऊ से वरिष्ठ पत्रकार सुभाष मिश्रा, बांदा विधायक विवेक सिंह, सपा सांसद आर के पटेल, केन्द्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य, झांसी से कांग्रेसी नेता सुधाशुं त्रिपाठी और बीजेपी नेता रवीन्द्र शुक्ला, बांदा से RTI एक्टिविस्ट आशीष सागर जैसे कई विशेषज्ञ मौजूद रहे। लेकिन मुद्दे का हल नहीं निकल सका...