Friday, March 04, 2016

' बुंदेलखंड में समाजसेवियों का आशाराम ' !

ब्याहता लड़की से करता रहा एक साल तक जबरन दुराचार !
ब्लैकमेलिंग को बनाई वीडियो क्लिपिंग
एनजीओ की आड़ में चलाता है चकला घर !
सीमा ने बगावत की लेकिन अभी कई और है इसकी चरणदासी !
गरीबी- लाचारगी में नौकरी के बदले होता है देह से समझौता !

परागीलाल से बनी विद्याधाम समिति,ग्राम समाज की ज़मीन में करतल में किये है कब्ज़ा ! 70 हजार जुरमाना भी नही दिया ! लिया हाईकोर्ट से स्टे !
बुंदेलखंड के बड़े एनजीओ माफिया मसलन गयाप्रसाद गोपाल, संजय सिंह ( परमार्थ संस्थान) / जलपुरुष राजेन्द्र सिंह राणा , एनजीओ पेड पत्रकार भारत डोगरा,सुप्रीम कोर्ट के सेवामुक्त राष्ट्रीय सलाहकार सज्जाद हसन और एक्शन एड का आशीर्वाद पाकर उफनता है राजभैया यादव ! उसके अन्दर उमड़ता है उन्माद मै दलितों का मसीहा हूँ ! 
दलित फंड पर चलती है समाजसेवा की दुकानदारी ! यही है जिसने बाँदा के नरैनी तहसील में नौगंवा पंचायत के सुलखान पुरवा में खिलाई थी प्रायोजित घास की रोटी ! ( गाँव कनेक्शन,भास्कर,इंडिया टुडे आदि ने किया था खुलासा ) 
पीडिता सीमा ने डीआईजी बाँदा, एक्शन एड,गृहमंत्रालय और प्रधानमत्री,महिला आयोग को की है शिकायत ! आज बेटी का मेडिकल हुआ तो सुबह से भूखी माँ रोते- बिलखते होगई बेहोश ! उधर दबंग आरोपी ने मुकदमा लिखे जाने से आहत होकर अपने महिला कार्यकर्ता से करवाया प्रदर्शन ! जबकि पूर्व में इसके ऊपर उच्च न्याययालय में वाद लंबित है ! 
आरोपी दुराचारी राजभैया पर दर्ज हुआ आईपीसी की धारा 376 का मुकदमा ! 
पीडिता सीमा विश्वकर्मा का हुआ आज मेडिकल परीक्षण जबकि पीडिता ब्याहता है और लगातार एक साल से शोषण का शिकार है ! उसका आरोप वीडियो में बाईट में मुझसे आरोपी करवाता था संस्थान में बंधुआ की तरह ईट- गारा, बनाती थी खाना,देती थी अपना बदन क्योकिं मुझे गरीब माता - पिता ने जन्मा था ! आरोपी नही भेजता था सीमा को फील्ड ! अपने फार्म हाउस बाँदा जिला के थाना अतर्रा के गर्गन पुरवा में है कंगालपति से करोड़पति बने संस्था संचालक की ऐशगाह / कथित कार्यालय ! यहाँ रात में रूकती है इसकी मर्जी से ब्याहता,कुआरी लड़की ,करती है देहसेवा ! क्या करें गरीबी सब कुछ करवाती है ! 
नीचे दिए लिंक में इस आतताई की पुरानी विस्तार खबर पढ़े कैसा बना ये दबंग राजभैया ! 
http://bundelkhand.in/portal/ngo-story-loot-lo-bundelkhand
26 फरवरी बाँदा / बुंदेलखंड जारी- 

'कातिल ने की कुछ इस तरह क़त्ल की साजिश,थी उसको नही खबर लहू बोलता भी है ! ' 

बाँदा - प्रकरण बाँदा जिले के अतर्रा तहसील का है.स्थानीय एनजीओ संचालक राजभैया यादव पर विद्याधाम समिति पर उसकी सामुदायिक कार्यकर्ता सीमा विश्वकर्मा ने लगातार एक साल तक खुद पर अश्लील वीडियों क्लिप की आड़ में दुराचार करने के गंभीर आरोप लगाये है ! पीडिता ने अपना बागी तेवर दिखलाते हुए गत 25 फरवरी को अतर्रा थाने में यौन शोषण का मुकदमा पंजीकृत करवाया है ! इस बात से सकते में आकर बीती रात ही इस एनजीओ माफिया ने अपने गाड फादर संजय सिंह उरई के पास झाँसी में शरण ली थी ! वही इसकी भेंट सूत्र बतलाते है पानी वाले बाबा राजेन्द्र सिंह से हुई ,इसके बाद महोबा और बाँदा में चिर - परिचित संस्था से बचाने की गुहार की है ! गौरतलब है कि महिला की आड़ में पेटीकोट में घुसने वाला यह व्यक्ति हर मर्तबा स्त्री प्रपंच का सहारा लेकर बचता रहा है ! ..स्थानीय समाचार पत्र अमर उजाला के संवाददाता का वरदहस्त प्राप्त यह आदमी न जाने कितने दैहिक और मानसिक शोषण के साथ करोड़ों की सम्पति बना लेने का प्रत्यक्ष प्रमाण है ! मै जो कुछ भी लिख रहा हूँ पर्याप्त साक्ष्य के बाद ही ! पीडिता का वीडियों बयान सुरक्षित है !
सोशल मीडिया के माध्यम से इसको सूचनार्थ कर रहा हूँ जिस तरह आज एक गरीब किसान महिला एक बीघा की सीमान्त कृषक है ! ( लड़की के पिता नही है दुनिया में ,वही कमाऊ थी जो अपनी एक छोटी बहन जिसकी शादी उसने ही की है ,दो छोटे भाई को पालती है )....बावजूद इसके इस दुर्दांत समाजसेवी की भूख इस बिटिया पर बरसी है एक नही कई बार ! जबकि यह खुद तीन लड़कियों का पिता है !....भगवान ने इसको और इस जैसे अन्य स्थानीय संस्था संचालक




को पुत्र सूख से महरूम कर रखा है शायद इसलिए कि दूसरों की बेटियों पर बिस्तर गरम करने वालों का घर भी एक दिन दागदार हो ( मेरी दुआ नही है मगर ! ) बाँदा के वो सारे इसके सरपरस्त संस्था संचालक यह ध्यान रखे कि उनके पाप का घड़ा फूटेगा अवश्य ! 25 फरवरी की शाम से यह दंश मुझे घोट रहा है कि हम जैसे कथित समाजसेवी कैसे मीडिया हमाम से निकलकर महिमामंडित और प्रचारित किये जाते है ! ...कल की सुबह इसको इसके प्रदर्शन का माकूल उत्तर दूंगा !

गौरेया ननकी और चिरुआ प्यारेलाल का ब्याह !

                              हमारा प्रयास - गौरैया प्रवास ! 
बाँदा - आगामी बीस मार्च को ' विश्व गौरैया दिवस ' है ! अबकी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी इस दिवस में सहभागी होने जा रहे है,बीस मार्च को जनेश्वर मिश्र पार्क में इस दिन एक बड़ा कार्यक्रम होने जा रहा है ! 
गौरतलब है कि विश्व की 14000 पक्षी प्रजातियों में से कुछ ऐसी भी हैं जिन्हे बस्ती का पक्षी या घरेलू जनमित्र कहकर पुकारा जाता था। लेकिन समय बीतता गया और विस्मृत होते बचपन के भूले बिसरे पलों के साथ-साथ विकास की धुन्ध में  बचपन की करीबी मित्र को वाइल्ड लाइफ की 

गौरैया रेड सूचि में जा चुकी है ! अब लगभग प्रकृति से ही नहीं हमारे घरों के आंगन, छतों की मुण्डेर, पक्के मकानों में ट्यूब लाइट पर छुपते- छुपाते घोंसला बनाने की आदत और ची - ची का फुदकना दिखलाई नही देता है !   गौरैया को पेसरी फार्म्स (छोटे व मध्यम आकार के पक्षी) वर्ग में रखा गया है ! इसे अंग्रेजी व लैटिन भाषा में हाउस स्पैरो कहा जाता है.वही गौरैया को तमिल में अंगाड़ी कुरूवी और मलयालम में आड़िकलाई कुरूवी जिसका शाब्दिक अर्थ है घर बाजार का पक्षी व रसोई घर की चिड़िया।यह चिड़िया छः इंच से 15 सेमी0 तक लम्बी होती है ! बुंदेलखंड के बाँदा जिले में गौरैया को लेकर संजीदा रहे प्रवास सोसाइटी के निदेशक आशीष सागर दीक्षित वर्ष 2010 से इस पर जागरूकता काम करते आ रहे है ! प्रवास संस्था ने प्रकृति सम्यक और मानव प्रेमी इस चिड़िया को सहेजने के लिए  पिछली बार की गौरैया का ब्याह किया था ! बचपन में जीते गुड्डा - गुडिया के ब्याह और मार्मिक उत्सव के बीच इस बार भी आशीष सागर वनविभाग ,स्थानीय प्रसाशन की उपस्थिति में 'गौरैया का ब्याह ' करने की तैयारी में जुटे है ! इस बार नर - मादा गौरेया ( ननकी संग प्यारेलाल ) आने वाले 6 मार्च को बाँदा के नरैनी तहसील के गाँव मोहनपुर - खलारी में यह उत्सव ग्रामीण परंपरा और रस्मों के मध्य आयोजित किया जायेगा ! कार्यक्रम में वन रेंजर जेके जयसवाल,प्रभागीय वन अधिकारी प्रमोद गुप्ता,वन संरक्षक केएल मीणा भी इसके विशेष मेहमान होंगे ! मंडल आयुक्त एम वेंकटेश्वर लू के पहुँचने की सम्भावना है !  साथ ही बीस मार्च को हम ' गौरैया चौपाल ' लगायेंगे !.. ....बचपन में खेले गए गुड्डा- गुडिया की तर्ज पर आइये इस ब्याह के साक्षी बने ! - आशीष सागर,प्रवास बाँदा