Wednesday, April 06, 2016

देश के बारह सूखा प्रभावित राज्य और सुप्रीम कोर्ट !

सात अप्रैल-
दो तस्वीर क्रमशः - पहाड़ खनन,उदास किसान की आशीष सागर एवं एक नेट से साभार 

‪#‎सुप्रीमकोर्ट‬ ‪#‎सूखेसेप्रभावितबारहराज्य‬



देश के विकास की बातें करना अभिश्राप है ! ''

'' नियत में दलाली और जब तक मन में पाप है,

देश भर के बारह राज्यों में पड़े सूखे की विभित्सिका पर सुप्रीम कोर्ट का तंज अनायास नही है,उसने जो कहा याचिका कर्ता की अपील पर कहा ! लेकिन असल में जब तक आप सूखा प्रभावित राज्यों / प्रान्तों में ' नेचुरल डिजास्टर ' खड़ा करने वाले कारोबार,व्यापारिक नीतियों, उद्योगों -धंधो पर पूर्ण विराम नही लगाते तब तक कोई क़ानूनी फैसला किसान,खेती और इन राज्यों की तपती जमीन को ठंडा नही कर सकता है !....जल- जंगल और पानी के नैसर्गिक स्रोतों को बर्बाद करने वाले यह पेशे क्या नीतिगत यहाँ आवश्यक है तब जब किसान की आत्महत्या,भूख और पानी का संकट भयावह सूरत लिए है ? ...चार हजार चन्देल कालीन तालाबों के नवाब बुंदेलखंड में पानी का संकट मानव सृजित त्रासदी है ! ...अब से पहले भी सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकारों को आदेश दिए और लताड़ लगाईं है मगर तब क्यों यह सूखे की विकरालता ख़तम नही हुई,उसका चेहरा और कुद्रूप क्यों हुआ ? .....हाल ही में उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड में समाजवादी सरकार का ' अन्त्योदय परिवार को राहत पैकेट योजना ' में गत 5 अप्रैल को जो पात्र चयन किये बाँदा में सीडीओ /जिलाधिकारी / बीडीओ और लेखपाल ने सपा नेताओं की कुंडली बनकर उसने योजना पर सवाल खड़ा किया ? अमर उजाला 6 मार्च पेज दो देखे चित्रकूट मंडल का !...उससे ऐसे समाधान मात्र स्थानीय आला अधिकारी की जेब भरने का रस्ता है.सूखे से जूझते मूल अंतिम पंक्ति में खड़े किसान ,दिहाड़ी मजदूर को राहत देना नही है ! ...अगर ऐसा होता तो समाजवादी राहत पैकेट लेने आई महिला अपने गले में सोने की चैन .बाले और चांदी की कमरबंद पेटी न लगाये होती !....सपा नेता हो या और ऐसी स्कीम महज भ्रस्टाचार की गन्दी नाली है जिसमे देश भर के सूखे का आंसू बह रहा है,रिस रहा है !.....तस्वीर में देखे बुंदेलखंड के महोबा में खाली पड़े खेत और उजाड़ पहाड़ों की अस्मत लूटने का खेल ....क्या सुप्रीम कोर्ट का कोई आदेश आने वाला या जो आ चूका है यह बंद करवा सकता है !...एक बेपानी इलाके में पानी के एक्यूप्रेशर पहाड़ के साथ यह ' गैंग रेप ' कितना जायज है ?..क्या विधायक और क्या एमएलसी/ स्थानीय नेता सब बिस्तर गर्म किये है !